उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था (Health Facility in Uttarakhand) का हाल किसी से छूपा नहीं है. अब 2019-20 की CAG रिपोर्ट में भी उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े किए गए हैं. जिसके बाद अब आदमी पार्टी (AAP) ने भी राज्य की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Government) को घेरा है. आप नेता सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) ने कहा कि हजारों गर्भवती महिलाओं की मृत्यु हो जाती है, मरीजों को ढंडी-कंडी पर ले जाना पड़ता है तो वहीं नेता एयर एंबुलेंस का इस्तेमाल कर रहे हैं.
भारद्वाज ने कहा कि 2018-19 में राज्य का स्वास्थ्य बजट (Uttarakhand Health Budget) 188 करोड़ था, जिसे 2019-20 में घटाकर 97 करोड़ कर दिया गया, उत्तराखंड में स्वास्थ्य के लिए औसतन हर व्यक्ति पर मात्र सवा 5 पैसे खर्च होते हैं. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उत्तराखंड में एयर एम्बुलेंस का इस्तेमाल सिर्फ नेताओं और बड़े लोगों के लिए होता है. आप ने कर्ज में ढूबी सरकार पर भी हमला बोला. भारद्वाज ने कहा कि राज्य पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा, अभी 65,982 करोड़ का कर्ज है. एक साल में सरकार ने करीब 5100 करोड़ का लोन लिया है. कई निकायों में पर्याप्त नगद राशि है, उसके बावजूद सरकार ऊंची दरों पर लोन ले रही है.
100 करोड़ कहां खर्च हुआ, सरकार को भी नहीं इसकी जानकारी
आप नेता भारद्वाज ने कहा कि करीब 100 करोड़ कहां खर्च हुआ इसकी जानकारी सरकार को ही नहीं है. आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी तो दिल्ली की तरह अच्छी और मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड को भी मिल पाएंगीं, हम जनता से इसकी शिकायत करेंगे और उत्तराखंड में सरकार बनाएंगे. वहीं आम आदमी पार्टी के नेता रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल ने स्वास्थ्य सुविधा को लेकर आई कैग की रिपोर्ट के आधार पर सवाल उठाया है.
स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाल स्थिति पलायन का मुख्य कारण: कोठियाल
कोठियाल ने कहा कि प्रदेश के पर्वतीय जिलों में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाल स्थिति पलायन का मुख्य कारण है. अजय कोठियाल का कहना है कि आज भी पर्वतीय जिलों के कई अस्पतालों में डॉक्टरों, दवाइयों और मशीनों का अभाव बना हुआ है. वहीं, गर्भवती महिलाओं को बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.