रात होते ही छीपते नही है, बल्कि बिलो से निकल जाते है ये खनन माफिया जनता की नाक में दम करके रखते हैं खनन माफिया
खनन माफियाओं द्वारा रोशनाबाद नवोदय नगर की इस नदी मे मचाया जा रहा कोहराम,राजाजी नेशनल पार्क की सीमा मे आती है नदी,आस पास के लोग लाचार,
रोशनाबाद नावोदय नगर की सुखी नदी मे पिछले 20 सालो से लगातार हो रहे खनन पर आज तक कोई बड़ी कार्यवाही नही हो पाई है, खनन माफियाओं कों न तो निकट बैठे प्रसाशन का ख़ौफ़ है और न ही उन स्थानीय निवासियों का जो दिन भर सिडकुल मे काम करते है और रात कों आराम के समय इन ट्रेक्टरों की गड़ गड़ाहट झेलने कों मजबूर है,
नावोदय नगर के पीछे नदी मे दिन मे बुग्गीयाँ अवैध खनन कों अंजाम दे रही है तो रात के समय ट्रेक्टर ट्रालियां,
अभी कुछ समय पहले ही इसी अवैध खनन की भेट चढ़ चूका है एक मासूम,
अभी कुछ समय पहले नवोदय नगर की इसी नदी मे एक मासूम भी इसी अवैध खनन की भेट चढ़ चूका है जिसके बाद क्षेत्र मे मातम छा गया था, लगभग सौलेह साल का मासूम अपने माँ बाप का इकलौता बेता था जो नदी मे नहाने तो गया लेकिन लौट कर नही आया, उसे मालूम नही था की जहाँ वो कम पानी समझकर नदी मे नहाने उत्तर रहा है वास्तव मे वहाँ खनन माफियाओं ने बारह से पंन्द्रेह फिट तक के गड्ढे नदी मे कर डाले है, हालाकी प्रसाशन ने कुछ राहत राशि मृतक बालक के परिजनों कों देकर अपना पीछा तो छुड़ा लिया, लेकिन अवैध खनन के इस बदस्तूर पर लगाम नही कसी,
रात लगभग 9 बजे से सुबह 6 बजे तक नदी मे चल रहा खूबसूरत तांडव,
इस क्षेत्र मे कहँ माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद है की हरिद्वार प्रसाशन की बगल की नदी से खुले आम रेत, मिट्टी, बजरी धड़ल्ले से निकाल कर सप्लाई कर रहे है, अगर इन कहँ माफियाओं कों नावोदय नगर के क्षेत्रवासी रोकने का प्रयास करते है, तो उन्हें इनके द्वारा खुली धमकियाँ दी जाती है,
यहाँ प्रसाशन के ऊपर बहुत से ऐसे सवाल भी खडे होते है जिनका जवाब अगर माँगा जाये तो शायद ही कोई जवाब मिले, रोशनाबाद नावोदय नगर जिस क्षेत्र मे लगातार ये अवैध खनन हो रहा है वहाँ से हरिद्वार प्रसाशन की दूरी चंद कदमो की है, इसी क्षेत्र मे हरिद्वार प्रसाशन के समस्त बड़े व जिम्मेदार अधिकारियों के निवास स्थान भी है और कार्यालय भी, फिर क्यों खनन विभाग आँख बंद कर तमाशबिन बना है, क्यों क्षेत्र वासियों की शिकायतों को कूड़ेदान मे डाल दिया जाता है,? क्यों इन खनन माफियाओं पर कोई बड़ी कार्यवाही नही होती? आखिर क्यों इन खनन माफियाओं के हौसले बुलंदियों पर है? वो कौन प्रभावशाली लोग है जिनका इन्हे संरक्षण प्राप्त है? और सबसे बड़ा और अहम सवाल की नावोदय नगर के निवासी क्यों खुलकर इनका सामना करने से भयभीत है?